ये सिर्फ रेल लाइन नहीं बदलाव की लाइफ लाइन है,पीएम मोदी ने मिजोरम को दी बड़ी तोहफा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 दिनों के नॉर्थ ईस्ट दौरे पर हैं. खराब मौसम के कारण उन्होंने राजधानी आइजोल के एयरपोर्ट से 9000 करोड़ के कई प्रोजेक्ट की सौगातें दीं. इसके साथ ही उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बैराबी-सायरंग रेल लाइन का उद्घाटन किया. मिजोरम पहली बार देश के अन्य हिस्सों से रेल नेटवर्क के जरिए जुड़ गया है. अब मिजोरम से दिल्ली के लिए सीधे ट्रेन शुरू हो गई है.पीएम मोदी ने मिजोरम की राजधानी आइजोल से तीन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई. अब नॉर्थईस्ट का यह नेशनल कैपिटल दिल्ली से सीधे जुड़ गया है. इनमें से पहली ट्रेन आइजोल आनंद विहार राजधानी एक्सप्रेस है. यह हफ्ते में एक दिन चलेगी. दूसरी ट्रेन सैरंग से कोलकाता के बीच चलेगी. यह ट्रेन सप्ताह में तीन दिन चलेगी. तीसरी ट्रेन सैरंग से गुवाहाटी के बीच चलेगी.

पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं सर्वोच्च देवता पथियन को नमन करता हूं, जो नीले पहाड़ों की इस खूबसूरत धरती पर अपनी कृपा रखते हैं. मैं मिज़ोरम हवाई अड्डे पर पहुंच गया हूं. दुर्भाग्य से, खराब मौसम के कारण, मैं आइजोल में आपके साथ शामिल नहीं हो पा रहा हूं. इसके बाद भी मैं यहां से आपके स्नेह को सचमुच महसूस कर सकता हूं.पीएम मोदी ने कहा कि आज मिजोरम भारत की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. यह राष्ट्र के लिए, विशेषकर मिजोरम के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक दिन है. आज से, आइज़ोल भारत के रेलवे मानचित्र पर होगा. कुछ साल पहले, मुझे आइजोल रेलवे लाइन की आधारशिला रखने का अवसर मिला था, और आज हम इसे देशवासियों को समर्पित करते हैं. कई चुनौतियों को पार करते हुए, बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन एक वास्तविकता बन गई है. हमारे इंजीनियरों के कौशल और हमारे कार्यकर्ताओं के उत्साह ने इसे संभव बनाया है।उन्होंने कहा कि पहली बार, मिजोरम का सैरांग राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली से सीधे जुड़ेगा. यह सिर्फ एक रेलवे नहीं है, बल्कि परिवर्तन की जीवन रेखा है. यह मिजोरम के लोगों के जीवन और आजीविका में क्रांति लाएगी. मिज़ोरम के किसान और व्यवसाय देश भर के ज़्यादा बाजारों तक पहुंच पाएंगे. लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के बेहतर अवसर भी मिलेंगे. इस विकास से कई क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा होंगे.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले ग्यारह सालों से हम पूर्वोत्तर के विकास के लिए काम कर रहे हैं. यह क्षेत्र भारत का विकास इंजन बन रहा है. पिछले कुछ सालों में पूर्वोत्तर के कई राज्यों ने भारत के रेल मानचित्र पर अपनी जगह बनाई है. पहली बार, ग्रामीण सड़कों और राजमार्गों, मोबाइल कनेक्टिविटी, इंटरनेट कनेक्टिविटी, बिजली, नल का पानी और एलपीजी कनेक्शनों का विस्तार किया गया है।