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ऑपरेशन सिंदूर पर कर्नल सोफिया कुरैशी ने दी अहम जानकारी,पीड़ितों को न्याय देने के लिए उठाया गया कदम

ऑपरेशन सिंदूर पर कर्नल सोफिया कुरैशी ने दी अहम जानकारी,पीड़ितों को न्याय देने के लिए उठाया गया कदम
  • PublishedMay 7, 2025

भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार-बुधवार को देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाते हुए मिसाइल अटैक किया है। इस हमले में बड़ी संख्या में आतंकी मारी गई है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, कुल मिलाकर, नौ (9) स्थलों को निशाना बनाया गया है। भारत के इस अभियान को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया है और जानकारी के मुताबिक, ये ऑपरेशन सेना, नौसेना और वायुसेना का संयुक्त अभियान है। अब भारतीय सेना इस पूरे ऑपरेशन को लेकर प्रेस ब्रीफ कर रही है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतकियों ने पहलगाम में पर्यटकों पर बर्बर हमला किया और 25 भारतीय पर्यटकों और 1 नेपाली पर्यटक लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। मुंबई में 26/11 हमले के बाद ये सबसे गंभीर हमला था। ये काफी गंभीर मामला था।

हत्या के इस तरीके से परिवार के लोगों को जानबूझकर आघात दिया गया है और उन्हें कहा गया कि इस बारे में संदेश पहुंचा दें। ये हमला जम्मू-कश्मीर के विकास को रोकना था। पर्यटन को नुकसान पहुंचाना था। बीते साल सवा 2 करोड़ पर्यटक आए थे।विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि पहलगाम में आतंकी हमले का ये तरीका जम्मू-कश्मीर और पूरे देश में दंगे भड़काने का प्रयास था। TRF ने इसकी जिम्मेदारी ली है जो कि लश्कर से जुड़ा हुआ है। पहलगाम आतंकी हमले की जांच से आतंकियों के संबंध पाकिस्तान से उजागर हुए हैं। हमलावरों की पहचान की गई और उनकी जानकारी जुटाई गई। हमले की रूपरेखा पाकिस्तान से जुड़ी हुई है। पाकिस्तान आतंकियों के पनाहगार के रूप में पहचान बना चुका है। पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर वैश्विक मंचों को गुमराह किया है। साजिद मीर केस में पाकिस्तान ने आतंकी को मृत घोषित कर दिया था लेकिन वह जिंदा पाया गया।कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि 1 बजकर 5 मिनट से 1.30 बजे के बीच ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया है। ये ऑपरेशन पहलगाम के पीड़ितों को न्याय देने के लिए लॉन्च किया गया। पाकिस्तान के 9 टेरर कैंप को पूरी तरह से तबाह कर दिया गया है। पाकिस्तान में 3 दशकों से टेरर इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है। ये पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में फैले हैं। इन लक्ष्यों का चयन एजेंसियों के इनपुट के आधार पर हुआ और इस बात का ध्यान रखा गया आम नागरिकों के जीवन को खतरा न हो।सबसे पहले सवाई नाला कैंप जो कि लश्कर का कैप था जहां से पहलगाम समेत कई आतकी हमले के जिम्मेदार आतंकियों ने ट्रेनिंग ली थी।

Written By
Aagaaz Express

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