बिहार विधानसभा में आज एक ऐतिहासिक पल देखा गया जब पहली बार ट्रांसजेंडर समुदाय के चार सदस्यों को विधानसभा की कार्यवाही देखने के लिए आमंत्रित किया गया। ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों में से एक राजन सिंह ने कहा कि भारत सरकार की उच्चस्तरीय कमेटी दिशा के सदस्य भी हूं। आज मुझे यहां आने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि हमें बिहार विधानसभा की कार्यवाही देखने के लिए बुलाया गया है। पहली बार ट्रांसजेंडर समुदाय को विधानसभा की कार्यवाही देखने के लिए बुलाया गया है। इसलिए हम लोग काफी खुश हैं।विधान परिषद में सरकार की ओर से कहा गया कि चुनाव आयोग ने इन्ही के बातों पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि जो मतदाता सूची में जो वास्तविक रूप से हैं, उन्हें हटाया नहीं जा सकता। उन्होंने अभी कहा कि विपक्ष के यह लोग यह भी बताएं कि जिनके नाम छूट गया है या नहीं शामिल हुआ है, वह सूची उपलब्ध कराएं। सत्ता पक्ष की सफाई के बावजूद के विपक्ष लगातार हंगामा करता रहा। नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी और अब्दुल बारी सिद्दीकी छोड़कर पूरा विपक्ष वेल में जाकर हंगामा करने लगा।

विपक्षी नेताओं ने ताली बजाकर विरोध जताया।सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है इसलिए इस बात को यहां कहना उचित नहीं है। इतना सुनते ही विपक्ष सदन के अंदर विरोध करने लगे। मतदाता पुनरीक्षण कार्य वापस लो का नारा लगाने लगे। विपक्ष वेल में आकर विरोध करने लगा।विधान परिषद में भी विपक्ष काले लिबास में पहुंचा। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी भी काली साड़ी पहनकर सरकार सरकार के ख़िलाफ़ अपना विरोध दर्ज कराया। इसपर सभापति ने अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि अच्छा लग रहा है। विपक्ष ने कहा कि आप भी काले कपड़े में आते तो बेहतर होता। इसके जवाब में सभापति ने कहा कि मैं कामना करता हूं कि आपलोग हमेशा काले लिबास में ही रहें।