दिल्ली में कल यानि शनिवार को रिजल्ट-डे है और उससे पहले ही पार्टियों के बीच सियासी घमासान शुरू हो गया है. वार-पलटवार हो रहे हैं. पहले आम आदमी पार्टी के मुखिया ने अपने 70 प्रत्याशियों संग बैठक की और खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया. फिर बीजेपी ने बैठक बुलाई और उसके बाद कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है, जिसमें सांसद राहुल गांधी ने वोटिंग लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. बीजेपी ने आप के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है. दिल्ली में विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आएगे, तब सामने आएगा कि इस बार जनता ने किसे चुना है।आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में दावा किया कि आप के 16 उम्मीदवारों को बीजेपी की ओर से मंत्री पद और पार्टी बदलने पर 15-15 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव मिला है.

केजरीवाल ने अपने पोस्ट में कहा, ‘कुछ एजेंसियां दिखा रही हैं कि बीजेपी की 55 से ज्यादा सीट आ रही हैं. पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों के पास फोन आ गए हैं कि ‘आप’ छोड़ के उनकी पार्टी में आ जाओ, मंत्री बना देंगे और हर एक को 15-15 करोड़ देंगे. अगर इनकी पार्टी की 55 से ज्यादा सीटें आ रहीं हैं, तो हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है? जाहिर तौर पे ये फर्जी सर्वे करवाये ही इसलिए गए हैं, ताकि ये माहौल बनाकर कुछ उम्मीदवारों को तोड़ा जा सके, लेकिन हमारा एक भी आदमी नहीं टूटेगा।दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें चुनावी हार को लेकर आप की ‘हताशा’ का संकेत बताया. सचदेवा ने एक बयान में कहा, ‘संजय सिंह को या तो अपने आरोप वापस लेने चाहिए और माफी मांगनी चाहिए या फिर कानूनी कार्रवाई का सामना करना चाहिए. उन्हें (संजय सिंह) यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी पार्टी के नेता, दिल्ली के (पूर्व) मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले से ही इसी तरह के झूठे आरोप लगाने के लिए मानहानि के मुकदमे का सामना कर रहे हैं.’ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि संजय सिंह ध्यान रखें कि विधायकों को पैसे के ऐसे ही झूठे आफर के आरोपों में उनकी मुख्यमंत्री आतिशी जमानत पर हैं. संजय सिंह का भाजपा द्वारा ‘आप’ के विधायक प्रत्याशियों को लोभ प्रलोभन का आरोप उनकी हताशा का परिणाम है. वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही साफ दिख रहा था कि अरविंद केजरीवाल सहित सभी आम आदमी पार्टी नेता निश्चित दिख रही हार से बौखला चुके हैं।