बिहार के इस सीट पर जानिए किस पार्टी का है दबदबा?जान लीजिए क्या है सियासी समीकरण?
बिहार में चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, बिहार में 243 विधानसभा सीटों के लिए 6 नवंबर और 11 नवंबर को दो चरण में वोटिंग होगी। इस चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को जारी किए जाएंगे। चुनाव की तारीख के ऐलान के बाद से राजनीतिक दलों की नजर राज्य की तेघड़ा सीट पर भी है। आइए जानते हैं कि क्या इस सीट का चुनावी समीकरण और अब तक किस पार्टी का यहां रहा है दबदबा।तेघरा विधानसभा सीट बिहार विधानसभा के 243 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह बिहार विधान सभा का निर्वाचन क्षेत्र संख्या 143 है। तेघरा एक सामान्य सीट है जो कि अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित नहीं है। तेघरा सीट बेगुसराय लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। साल 2020 में, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राम रतन सिंह ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। मुताबिक, 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान तेघरा निर्वाचन क्षेत्र में 2,85,190 वोटर्स थे। इनमें से 1,51,747 पुरुष और 1,33,428 महिला वोटर्स थी। 15 मतदाता तृतीय लिंग के थे। निर्वाचन क्षेत्र में 1,247 डाक वोट डाले गए।

2020 में तेघरा में सेवा मतदाताओं की संख्या 892 (865 पुरुष और 27 महिला) थी। 2020 के चुनाव में में तेघरा विधानसभा क्षेत्र में कुल वैध वोटों की संख्या 1,71,719 या 60.21 प्रतिशत थी। इस सीट पर करीब 10 फीसदी अनुसूचित जाति के वोटर्स और 13 फीसदी मुस्लिम समुदाय के मतदाता हैं।बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 6 नवंबर को तेघरा विधानसभा सीट पर वोटिंग होगी। इस दिन राज्य की कुल 121 सीटों पर वोटिंग होगी। चुनाव के परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के उम्मीदवार राम रतन सिंह ने 47,979 वोटों के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी। उन्हें 48.74% वोट शेयर के साथ 97,404 वोट मिले। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार सतीश कुमार को हराया, जिन्हें 59,230 वोट (29.64%) मिले। चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के उम्मीदवार राकेश रौशन 24,947 वोट (12.48%) के साथ तीसरे स्थान पर रहे।2020: राम रतन सिंह (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी)2015: बीरेंद्र कुमार (राष्ट्रीय जनता दल)2010: ललन कु (भाजपा)