अमित शाह से दिल्ली में कुशवाहा की मुलाकात,बन गई बात!

बिहार में विधानसभा चुनाव में टिकटों के बंटवारे को लेकर हर ओर तनातनी का माहौल बना दिख रहा है. राष्ट्रीय जनता दल की अगुवाई वाले महागठबंधन में सीट बंटवारे पर अब तक सहमति नहीं बन सकी है. यही हाल सत्तारुढ़ एनडीए गठबंधन का है. एनडीए में भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड ने कई सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है. हालांकि अभी तक नाराजगी बनी हुई है. पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को दिल्ली तलब किया गया है. वह भी सीट बंटवारे से नाराज बताए जा रहे हैं.पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा भी सीट बंटवारे को लेकर खुश नहीं हैं. हालांकि उनकी पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को बिहार चुनाव में 6 सीटें दी गई हैं.

सीट बंटवारे को लेकर वह पहले ही सार्वजनिक तौर पर अपनी बात कह चुके हैं. उन्होंने एनडीए नेताओं से बैठक के इतर यह भी कहा कि This time nothing is well in NDA (एनडीए में इस समय कुछ भी अच्छा नहीं है.अब उन्होंने बुधवार सुबह फेसबुक पर पोस्ट कर बताया, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ विमर्श के लिए गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और मुझे अभी दिल्ली के लिए निकलना है. इसलिए आज पार्टी के साथियों के साथ पटना स्थित कैंप कार्यालय में आयोजित होने वाली बैठक तत्काल स्थगित की गई है.” कल ही कुशवाहा ने बताया था कि पार्टी की बुधवार दोपहर 12.30 बजे आपात बैठक बुलाई गई है.इससे पहले देर रात बीजेपी नेता नित्यानंद राय और सम्राट चौधरी पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा से मिलने उनके आवास पहुंचे. इसके बाद कुशवाहा ने कहा, Nothing is well in NDA. यानि NDA में कुछ भी सही नहीं है.हालांकि इस बयान से कुछ समय पहले उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए बताया था कि एनडीए में दलों के बीच सीट संख्या को लेकर सौहार्दपूर्ण तरीके से बातचीत में पूरी हो चुकी है. कौन दल किस सीट पर लड़ेगा यह चर्चा भी सकारात्मक बातचीत के साथ अंतिम दौर में है. नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए के सभी दल एकजुटता के साथ पूरी तरह से तैयार हैं.इससे पहले सीट शेयरिंग को लेकर उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी बनी हुई थी. हालांकि उन्हें जीतन राम मांझी की हम पार्टी के बराबर 6-6 सीटें मिली हैं. कल ही दिन में कुशवाहा ने किसी का नाम लिए बगैर ही फेसबुक पर कहा था, “आज बादलों ने फिर साजिश की, जहां मेरा घर था वहीं बारिश की. अगर फलक को जिद है बिजलियां गिराने की, तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियां बसाने की.”

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