महाकुम्भ 2025 देश की आध्यात्मिक पहचान को नई ऊंचाई पर पहुंचाएगा,बोले पीएम मोदी

संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुम्भ मेले की शुरुआत होनी है. इस महाआयोजन से ठीक एक महीने पहले आज यानी 13 दिसम्बर दिन शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी प्रयागराज पहुंचे और उन्होंने महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए गंगा पूजन किया. पूजा स्थल पर उनके साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं।गंगा पूजन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी संगम किनारे स्थित जनसभा स्थल पर पहुंचे. यहां पर उन्होंने जनता का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया. इसी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा स्थल से 5500 करोड़ रुपए की लागत से तैयार की गई 167 परियोजनाओं का लोकार्पण बटन दबाकर किया।पीएम मोदी ने अक्षयवट कॉरिडोर, हनुमान मंदिर कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर, भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर, श्रृंगवेरपुर कॉरिडोर के साथ कुंभ सहायक चैट बॉट का लोकार्पण किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा पूजा के बाद अक्षयवट के दर्शन किए. मत्था टेकने के बाद उन्होंने अक्षय वट की परिक्रमा की।अक्षय वट का दर्शन पूजन करने के बाद पीएम मोदी बड़े हनुमान मंदिर पहुंचे. यहां पर हनुमान मंदिर के प्रस्तावित कॉरिडोर के मॉडल का अवलोकन किया.

इस दौरान प्रयागराज विकास प्राधिकरण के वीसी ने पीएम को परियोजना के बारे में बताया. प्रधानमंत्री ने लेटे हनुमान जी के दर्शन-पूजन किए और आरती उतारी।लेटे हनुमान जी के दर्शन-पूजन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संगम तट पर लगाई गई महाकुंभ प्रदर्शनी का अवलोकन करने के लिए पहुंचे. अधिकारियों ने श्रद्धालुओं की सुविधा और भीड़ प्रबंधन आदि के बारे में पीएम मोदी को विस्तार से जानकारी दी. साथ ही कई भाषाओं में एनाउंसमेंट किए जाने के सिस्टम को भी दिखाया।पीएम ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 45 दिन तक चलने वाले इस महायज्ञ के जरिये इस धरती पर नया इतिहास रचा जा रहा है. महाकुम्भ 2025 देश की आध्यात्मिक पहचान को नई ऊंचाई पर पहुंचाएगा. महाकुम्भ एकता का ऐसा महायज्ञ होगा जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी।