संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है. इस बार सत्र काफी हंगामेदार रहने की उम्मीद है क्योंकि विपक्ष कई अहम मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा. पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत के सटीक हवाई हमलों को लेकर ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह संसद का पहला सत्र है. सुबह 11 बजे सत्र के आधिकारिक रूप से शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मीडिया को संबोधित करेंगे. सत्र 21 अगस्त तक चलेगा और 32 दिनों में 21 बैठकें होंगी. स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए संसद के दोनों सदन 12 अगस्त से 17 अगस्त तक स्थगित रहेंगे और 18 अगस्त को फिर से शुरू होंगे।विपक्षी इंडिया गठबंधन के नेतृत्व में आठ प्रमुख मुद्दों पर जवाब और जवाबदेही की मांग कर रहा है. इन प्रमुख मुद्दों में शामिल हैं:

पहलगाम आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर, बिहार में मतदाता सूचियों का चुनाव आयोग द्वारा किया गया विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर), अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-पाकिस्तान युद्धविराम कराने के बार-बार किए गए दावे, विदेश नीति पर चिंताएं, जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग, महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार, किसानों की समस्याएं और बेरोजगारी।विपक्षी गठबंधन ने प्रधानमंत्री मोदी से विशेष रूप से पहलगाम आतंकी हमले और ट्रंप द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच शांति की मध्यस्थता के बार-बार किए गए दावों पर, बयान देने की मांग की है. बिहार में चल रहा एसआईआर एक और मुद्दा है जिस पर विपक्ष चर्चा करना चाहता है, क्योंकि राजनीतिक दलों ने इस प्रक्रिया की पारदर्शिता और समय को लेकर चिंता जताई है और सरकार पर आगामी राज्य चुनावों को प्रभावित करने का प्रयास करने का आरोप लगाया है।