बिहार चुनाव के लिए NDA गठबंधन ने कसी कमर,महागठबंधन को पटकनी देने के लिए तैयार कर ली रणनीति

भारतीय जनता पार्टी वैसे तो बिहार को लेकर चुनाव अभियान शुरू कर चुकी है लेकिन पार्टी सबसे महत्वपूर्ण ढंग से एनडीए गठबंधन की एकता को लेकर ज्यादा महत्व दे रही है.सूत्रों की माने तो पार्टी के आलाकमान ने अपने नेताओं के साथ साथ गठबंधन के नेताओं को भी ये संदेश दिया है कि ,गठबंधन को चुनावी मैदान में साथ नजर आना है।पार्टी का कहना है कि, जिस तरह से महागठबंधन का प्लेटफॉर्म नजर आ रहा है, यहां सभी पार्टियां बिखरी हुई नजर आ रही है, ऐसा एनडीए गठबंधन में नजर नहीं आना चाहिए. वैसे तो भाजपा बिहार को लेकर एनडीए के सभी घटक दलों के साथ लगातार बैठक कर रही है. हाल ही में डिनर पर भी बैठक बुलाई गई और भाजपा की अगली रणनीति को लॉक किया गया।पार्टी सूत्रों की माने तो हम पार्टी के अध्यक्ष जीतन राम मांझी की तरफ से उठाई गई सीटों की बात और एलजेपी चिराग पासवान के कुछ नेताओं के बयान को लेकर भी फिलहाल भाजपा सक्रिय नजर आ रही है. पार्टी चाहती है कि, किसी भी तरह गठबंधन में बिखराव नजर न आए. साथ ही सूत्रों की माने तो पार्टी बिहार में महागठबंधन के बिखराव को बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने जा रही है।शायद यही वजह है कि भाजपा एनडीए की एकता को इंटेक्ट या जोड़े रखना चाहती है.

इस मुद्दे के अलावा पार्टी हिंदुत्व के एजेंडे को भी महत्वपूर्ण एजेंडा बनाएगी,जिसे लेकर पार्टी के पोस्टर बैनर और स्लोगन भी राष्ट्रीय कार्यालय में तैयार किए जा रहे हैं।इस संबंध में पार्टी के सांसद नरेश बंसल ने कहा कि, भाजपा पार्टी चुनाव के लिए सिर्फ कोई रणनीति नहीं बनाती या चुनाव की तैयारी के लिए ही सिर्फ कोई खास संदेश नहीं दिया जाता बल्कि पार्टी हमेशा से अपने नेताओं और गठबंधन को साथ लेकर चलती है. उन्होंने कहा कि, सहयोगियों के साथ या पार्टी के नेताओं के साथ अनुशासन में हमेशा से रहने वाली पार्टी जनता के हित को ध्यान में रखते हुए सभी कल्याणकारी योजना बनाती है. और जहां तक बिहार का सवाल है, राज्य में फिर से एनडीए की सरकार आने वाली है. वह इसलिए क्योंकि जिस तरह से राजद और कांग्रेस में बिखराव है वह जनता को दिख रहा है।