6341 कनीय अभियंताओं एवं 496 अनुदेशकों सहित कुल 6837 अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज नियुक्ति पत्र सौंपा. इस मौके पर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के अलावा कई अन्य मंत्री भी मौजूद रहे. सरकार की ओर से दावा किया गया है कि 12 लाख सरकारी नौकरी में से अब तक 9 लाख 13 हजार नौकरी दी जा चुकी है।नियुक्ति पत्र बांटे जाने के बाद उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने पत्रकारों से कहा कि बिहार सरकार लगातार युवाओं को रोजगार दे रही है. 12 लाख सरकारी नौकरी देने के लक्ष्य में 9 लाख 13000 नौकरी दी जा चुकी है. 2005 से 2020 चुक 7 लाख 50 हजार लोगों को नौकरी दी जा चुकी थी. नीतीश कुमार जो कहते हैं वह कर रहे हैं।

सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि लालू परिवार को अपनी उपलब्धि गिनवानी चाहिए. नीतीश की उपलब्धि पर क्या बात कर रहे हैं? नौकरी देने का क्रेडिट नीतीश कुमार का है. लालू परिवार ना ले।उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नियुक्ति पत्र वितरण समारोह बढ़ता बिहार विकसित बिहार का उदाहरण है. आरजेडी के कई नेता थे और तेजस्वी यादव खुद पथ निर्माण मंत्री थे, लेकिन अपने विभाग में एक भी नियुक्ति पत्र नहीं दिया था. एनडीए सरकार की गारंटी है युवाओं को रोजगार देना. तेजस्वी यादव अपने 15 साल के पिता के शासन काल की उपलब्धि को लेकर चुनाव में जाएं. नीतीश कुमार की नौकरी देने की उपलब्धि को अपना बताकर चुनाव में क्यों जा रहे हैं?विजय सिन्हा ने आगे कहा कि तेजस्वी का ना विजन है ना कोई मिशन है. एक ही मिशन है भ्रष्टाचार को बढ़ाना और खुद आगे बढ़ना. दूसरी ओर राहुल गांधी के पटना आगमन (5 फरवरी को) पर कहा कि लोकतंत्र में कोई भी कहीं आ जा सकता।