महाराष्ट्र चुनाव में अब शुरू हुआ असली खेल,बीजेपी के सामने घुटने टेकेगी इंडिया गठबंधन?

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की बिसात बिछ चुकी है. बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए (महायुति) और कांग्रेस के अगुवाई वाले इंडिया गठबंधन (महा विकास अघाड़ी) के बीच मुख्य मुकाबला है, लेकिन असली बनाम नकली का भी चुनाव है. महाराष्ट्र के बदले सियासी समीकरण में शिवसेना और एनसीपी दो धड़ों में बंट गई. शिवसेना के एक धड़े कमान एकनाथ शिंदे के हाथों है तो दूसरे की बागडोर उद्धव ठाकरे के हाथ में है. इस तरह से एनसीपी भी अजीत पवार और शरद पवार के बीच बटी हुई है. इस तरह नकली शिवसेना और नकली एनसीपी बनाम असली शिवसेना और असली एनसीपी की है.शिंदे की शिवसेना और अजीत पवार की एनसीपी का बीजेपी के साथ गठबंधन है जबकि उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी (एस) का कांग्रेस के साथ गठबंधन है. नामांकन खत्म होने के साथ ही महाराष्ट्र की सियासी तस्वीर साफ हो गई है. राज्य की 47 विधानसभा सीटों पर शिवसेना बनाम शिवसेना की लड़ाई है तो 36 सीटों पर एनसीपी बनाम एनसीपी का मुकाबला है. इन सीटों पर दोनों ही खेमों ने पूरी ताकत लगा दी है और सत्ता का भी फैसला इन्हीं सीटों से ही होगा?महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों में से एनडीए गठबंधन के तहत एकनाथ शिंदे के अगुवाई वाली शिवसेना 82 सीट पर चुनाव लड़ रही है. इनमें से 47 सीटों पर शिवसेना की लड़ाई उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवारों से है और बाकी 35 सीटों पर शिंदे के प्रत्याशियों को कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी से चुनावी लड़ाई लड़नी पड़ रही है।

शिवसेना बनाम शिवसेना मुकाबले वाली 47 सीटों में 16 सीटें मुबंई इलाके की हैं तो 18 सीटें कोंकण क्षेत्र की हैं. इसके अलावा मराठवाड़ा इलाके की 7 सीटों पर भी शिवसेना बनाम शिवसेना की लड़ाई है और बाकी सीटें विदर्भ, पश्चिम और उत्तर महाराष्ट्र की हैं.शिवसेना में बंटवारे के बाद यह दूसरा चुनाव है, जब शिवसेना का मुकाबला शिवसेना के उम्मीदवार से होगा. लोकसभा चुनाव में मुंबई की तीन सीटों- मुंबई दक्षिण, मुंबई दक्षिण मध्य और उत्तर पश्चिम पर शिंदे की शिवसेना ने उद्धव के उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ा और सिर्फ एक ही सीट जीत सकी. इस तरह विधानसभा में मुंबई की 10, पुणे की दो और कल्याण की तीन सीटों सहित 47 सीटों पर शिवसेना (यूबीटी) की शिंदे की शिवसेना के बीच टक्कर है. कोपरी-पचपाखड़ी और वर्ली जैसी हाई प्रोफाइल सीट भी है. वर्ली में मिलिंद देवड़ा का मुकाबला आदित्य ठाकरे से है तो सीएम शिंदे की सीट कोपरी-पचपाखड़ी में शिवसेना यूबीटी ने उनके गुरु आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे को उतार दिया है.हर सीट पर होगी कड़ी टक्करशिवसेना बनाम शिवसेना (यूबीटी) के बीच मुकाबला वाली बायकुला, माहिम, जोगेश्वरी ईस्ट, मागाठाणे, कुर्ला, विक्रोली, डिंडोशी, चेंबूर, अंधेरी ईस्ट, भांडुप, शिवरी, अंबरनाथ, कल्याण वेस्ट, भिवंडी ग्रामीण, कल्याण ग्रामीण और ओवळा-माजिवडा जैसी विधानसभा सीटें है. इस तरह विधानसभा का चुनाव एक निर्णायक लड़ाई, अस्तित्व की लड़ाई और यह तय करने की लड़ाई होने की उम्मीद है कि असली शिवसेना कौन है. माना जा रहा है कि हर सीट पर कड़ी टक्कर होगी और फिर सही मायनों में यह तय होगा कि असली सेना कौन है.शिवसेना बनाम शिवसेना की तरह ही एनसीपी में अजीत पवार की एनसीपी और शरद पवार की एनसीपी के बीच असली बनाम नकली एनसीपी की लड़ाई है. राज्य की करीब 36 विधानसभा सीटों पर मुकाबला शरद पवार और अजीत पवार के सिपहसलारों के बीच है. राज्य में 52 सीटों पर अजीत पवार की एनसीपी चुनावी मैदान में उतरी है, जिसमें 36 सीट पर उनके उम्मीदवारों को शरद पवार की एनसीपी के प्रत्याशी से फाइट करनी पड़ रही है. अजीत पवार ने अपने मौजूदा 35 विधायकों को फिर से टिकट दिया तो शरद पवार ने भी अपने साथ खड़े रहने वाले सभी 15 विधायकों को उतारा है.एनसीपी बनाम एनसीपी (एस) की लड़ाई का सियासी केंद्र बारामती है, जहां पर शरद पवार ने अजित पवार के सामने उनके भतीजे योगेंद्र पवार को उतारा है. ऐसे ही पश्चिम महाराष्ट्र में इलाके की ज्यादातर सीटों पर अजीत पवार के उम्मीदवारों को शरद पवार की एनसीपी के प्रत्याशी से आमना-सामना करना पड़ रहा है. लोकसभा चुनाव में भी बारामती ही नहीं, पश्चिम महाराष्ट्र इलाके की ज्यादातर सीटों पर मुकाबला अजीत पवार के एनसीपी उम्मीदवारों का शरद पवार की एनसीपी के प्रत्याशियों से हुआ था. इस लड़ाई में शरद पवार का पलड़ा भारी रहा था. अजीत पवार सिर्फ एक सीट ही जीत सके थे और सात सीटें शरद पवार ने अपने नाम कर ली थी. ऐसे में अजीत पवार के लिए अपने चाचा के सिपहसलारों से मुकाबला करना आसान नहीं है।

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