राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इसके बाद राष्ट्रगान और 21 तोपों की सलामी दी गई।गणतंत्र दिवस परेड 2025 की शुरुआत 300 कलाकारों के एक समूह द्वारा स्वदेशी वाद्ययंत्रों के मिश्रण के साथ की गई. संस्कृति मंत्रालय ने वाद्ययंत्रों के इस समूह को एक साथ लाया है जिसमें वायु और ताल वाद्यों का विस्तृत मिश्रण शामिल है।कर्तव्य पथ पर ऑल-टेरेन व्हीकल (एटीवी) ‘चेतक’ और स्पेशलिस्ट मोबिलिटी व्हीकल, ‘कपिध्वज’ का प्रदर्शन किया जा रहा है. ये कठिन इलाकों, खासकर उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में युद्धाभ्यास के लिए डिजाइन किया गया है. इसके बाद लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल, बजरंग और व्हीकल माउंटेड इन्फैंट्री मोर्टार सिस्टम, ऐरावत हैं. परेड में आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत विकसित क्विक रिएक्शन फोर्स व्हीकल (हैवी) ‘नंदीघोष’ और क्विक रिएक्शन फोर्स व्हीकल (मीडियम) ‘त्रिपुरांतक’ भी शामिल हैं.

ये स्वदेशी रूप से निर्मित बख्तरबंद वाहन गतिशीलता और सुरक्षा में उत्कृष्ट हैं और पहले से ही संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में सेवा दे रहे हैं।दिल्ली में कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस परेड के दौरान बीएसएफ की ऊंट टुकड़ी के साथ बीएसएफ और एनसीसी की टुकड़ी ने प्रदर्शन किया. इसमें एनसीसी के युवकों का उत्साह देखते ही बना।दिल्ली में कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस परेड के दौरान उत्तराखंड की झांकी प्रदर्शित की गई. झांकी का विषय ‘सांस्कृतिक विरासत और साहसिक खेल’ रहा. इसमें राज्य की समृद्ध संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और साहसिक पर्यटन को दर्शाया गया।