पुलवामा मामले में सैनिकों को पीएम मोदी ने किया याद,राष्ट्र के प्रति सैनिकों के अटूट समर्पण को कभी नहीं भूलेगा देश

ये दिन भारत इतिहास में एक दुखद घटना के साथ दर्ज है. इस दिन ही पुलवामा जिले में विस्फोटकों से लदे वाहन ने सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी थी. इस आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. जबकि कई गंभीर रूप से घायल हुए थे. बेशक ही इस हमले को 6 साल बीत गए हो, लेकिन इसके जख्म अभी भी ताजा ही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पुलवामा हमले की छठी बरसी पर वीर जवानों की शहादत को याद किया. पीएम मोदी ने कहा कि शहीदों के राष्ट्र के प्रति समर्पण को कभी भी भूला नहीं जा सकता है. प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी भावनाओं को सोशल मीडिया साइट एक्स पर व्यक्त किया. इसमें उन्होंने लिखा, ” 2019 में पुलवामा में हमने जिन साहसी नायकों को खो दिया, उन्हें श्रद्धांजलि. आने वाली पीढ़ियां उनके बलिदान और राष्ट्र के प्रति उनके अटूट समर्पण को कभी नहीं भूलेंगी.”रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा कि आज ही के दिन 2019 में भारत ने पुलवामा में एक आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के वीर जवानों को खो दिया था.

देश के लिए उनका बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकेगा. मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और उनके परिवारों के प्रति अपना समर्थन प्रकट करता हूं. भारत जवानों की वीरता का सम्मान करने के लिए एकजुट है और आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में दृढ़ हैं।इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी पुलवामा हमले के शहीदों को नमन करते हुए लिखा, ” साल 2019 में आज के ही दिन पुलवामा में हुए कायराना आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए जवानों को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. आतंकवाद समूची मानव जाति का सबसे बड़ा दुश्मन है और इसके खिलाफ पूरी दुनिया संगठित हो चुकी है. चाहे सर्जिकल स्ट्राइक हो या एयर स्ट्राइक, मोदी सरकार आतंकवादियों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति से अभियान चलाकर उनके समूल नाश के लिए संकल्पित है.”NIA की चार्जशीट में कहा गया था, जैश ए मोहम्मद चीफ मसूद अजहर के भतीजे मोहम्मद उमर को सुरक्षा बलों पर हमले की जिम्मेदारी दी गई थी. उसने एक कार धमाका की योजना बनाई थी. लेकिन ये हमला कहां और कैसे किए जाए इसका सुझाव शाकिर ने दिया था. शाकिर की दुकान हाईवे के किनारे पर ही थी और उसकी नजर हाइवे पर सुरक्षाबलों की आवाजाही पर थी. चार्जशीट के मुताबिक, शाकिर ने हाईवे के एक मोड़ और ढलान को हमले के लिए चुना था।