गांधीनगर में बोले पीएम मोदी,हमारे भारतीय सशस्त्र बलों ने उन्हें इस तरह से हराया कि वे कभी नहीं भूल पाएंगे

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं. आज वो गुजरात शहरी विकास की 20वीं वर्षगांठ के समारोह में हिस्सा लिया और गांधीनगर में विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी. पीएम मोदी ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए कहा कि ये प्रॉक्सी वार नहीं आप वार ही कर रहे थे. उन्होंने आतंकियों का राजकीय सम्मान किया. पीएम मोदी ने कहा कि मैं नई पीढ़ी को कहना चाहता हूं कि कैसे देश को बर्बाद किया गया है।अगर आप 1960 की सिंधु जल संधि का अध्ययन करेंगे, तो आपको झटका लगेगा. यह तय हुआ था कि जम्मू-कश्मीर की नदियों पर बने बांधों की सफाई नहीं की जाएगी. गाद निकालने का काम नहीं किया जाएगा.

तलछट साफ करने के लिए नीचे के गेट बंद रहेंगे. 60 साल तक ये गेट कभी नहीं खोले गए. जिन जलाशयों को 100 प्रतिशत क्षमता तक भरना था, वे अब केवल 2 प्रतिशत या 3 प्रतिशत तक ही सीमित रह गए हैं. अभी, मैंने कुछ नहीं किया है और लोग वहां (पाकिस्तान) पसीना बहा रहे हैं. हमने बांधों की सफाई के लिए छोटे-छोटे गेट खोले हैं, और वहां पहले से ही बाढ़ आ गई है. कल 26 जनवरी थी, जब भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने का अवसर मिला था।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शरीर कितना ही स्वस्थ क्यों ना हो लेकिन अगर एक कांटा चुभता है तो पूरा शरीर परेशान रहता है. हमने तय कर लिया है उस कांटे को निकाल कर रहेंगे. उन्होंने कहा कि मैं 2 दिनों से गुजरात में हूं. कल मैं वडोदरा, दाहोद, भुज, अहमदाबाद गया और आज गांधीनगर, मैं जहां-जहां गया ऐसा लग रहा है देश भक्ति का ज्वार है. गर्जना करता सिंदुरिया सागर और लहराता तिरंगा जन मन के हृदय में मातृभूमि के प्रति अपार प्रेम ऐसा नजारा था ऐसा दृश्य था. ये सिर्फ गुजरात में ही नहीं हिंदुस्तान के कोने-कोने में है।