ठाकरे और भाजपा सांसद दुबे के बिगड़े बोल से गरमाई सियासत,ऐसी राजनीति शोभा नहीं देती

राज ठाकरे के ‘मुंबई के समुंदर में डूबो का मारेंगे’ से लेकर निशिकांत दुबे के ‘पटक पटक के मारेंगे’ वाले बयान पर महाराष्ट्र में जबरदस्त सियासत हो रही है। भाजपा और मनसे इसे लेकर आमने-सामने हैं। इस बीच भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि …कोई किसी को समुंदर में डूबो के मार नहीं सकता। इस देश में हम संविधान का सम्मान करते हैं। संविधान की रक्षा के लिए तुकाराम ओम्बले जैसे शहीदों की कोई कमी नहीं है। अगर कोई किसी को डुबाने जाएगा तो कई पुलिस वाले होंगे, जो ऐसा होने नहीं देंगे।वहीं, शिवसेना नेता शाइना एनसी ने कहा कि यह ‘पटक पटक के मारना’, ‘डूबा डूबा के मारना’ क्या है? इस मानसिकता से बाहर निकलें और हमें महाराष्ट्र के लिए अपना विजन प्लान बताएं। आप महाराष्ट्र के लिए क्या करना चाहते हैं? गुंडागर्दी की यह राजनीति कहीं काम नहीं करती है।

आज, हमें यह समझना होगा कि हम एक विकसित महाराष्ट्र, विकसित भारत की ओर बढ़ रहे हैं। इस पर रचनात्मक बयान दें। यह ‘मरना, पीटना, घुस के कानून को अपने हाथ में लेना’ किसी को शोभा नहीं देता।राज ठाकरे ने कहा था कि एक भाजपा सांसद ने कहा था कि हम मराठी लोगों को यहां पर पटक-पटक कर मारेंगे। मैं दुबे को बोलता हूं, तुम मुंबई में आ जाओ, मुंबई के समंदर में डुबो-डुबोकर मारेंगे। अगर किसी ने यहां मराठी का अपमान किया तो उसके गाल और हमारे हाथ की ‘युति’ जरूर होकर रहेगी। राज ठाकरे ने आगे कहा, ‘मुंबई के मीरा रोड में जो कुछ हुआ, जिसे पीटा गया, वो सही हुआ। उसे महाराष्ट्र स्टाइल में जवाब दिया गया। महाराष्ट्र में रह रहे हो, शांति से रहो, मराठी सीखो। हमारा तुमसे कोई झगड़ा नहीं है, लेकिन अगर मस्ती करोगे तो महाराष्ट्र स्टाइल में समझा देंगे।’जब राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने साथ में मंच साझा किया था, तब मनसे प्रमुख ने कहा था कि मारो, लेकिन वीडियो मत बनाओ। अपने कार्यकर्ताओं को दिए गए विवादित निर्देश ‘मारो लेकिन वीडियो मत बनाओ’ को लेकर निशिकांत दुबे ने पलटवार किया था। उन्होंने कहा था कि अगर हिम्मत है तो हिंदी बोलने वालों को ही क्यों, उर्दू, तमिल, तेलुगू बोलने वालों को भी मारो। अगर इतने ही बड़े नेता हो, तो महाराष्ट्र से बाहर निकलो- बिहार, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु आओ। तुमको पटक पटक कर मारेंगे।