प्रशांत किशोर चले थे छात्रों का नेतृत्व करने,अब छात्रों ने हीं उनका कर दिया बहिष्कार

बीपीएससी अभ्यर्थियों ने जनसुराज के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का विरोध किया है। रविवार देर रात प्रशांत किशोर अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे थे। इसी दौरान उनका विरोध हुआ। अभ्यर्थियों ने पीके के खिलाफ ‘गो बैक-गो बैक’ के नारे भी लगाये। अब इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। इसमें साफ दिख रहा है कि प्रशांत किशोर अभ्यर्थियों से बातचीत की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच एक अभ्यर्थी ने कहा ‘आप यहां से चले जाइए। पिटवाने के बाद क्यों आए हैं? यह सुनते ही पीके ने उससे कहा, “तुम्हारा क्या नाम है बताओ? जरूरत से ज्यादा होशियार बनोगे न तो…”, इतने में एक अन्य अभ्यर्थी ने पीके से पूछा कि ‘डरा रहे हैं क्या सर?’

इतना कहते ही अभ्यर्थी पीके के खिलाफ ‘गो बैक-गो बैक’ के नारे लगाने लगे।अभ्यर्थियों के नारेबाजी के बीच पीके की टीम और अभ्यर्थियों के बीच बहस होने लगी। पीके ने अभ्यर्थियों से कहा कि हमसे कंबल मांगते हो और हमें ही नेतागिरी दिखा रहे हो। अभ्यर्थियों ने स्पष्ट कहा कि हमलोग अपना कंबल लेकर आए। आपसे हमलोगों ने कंबल नहीं मांगे। यह कहते हुए अभ्यर्थी फिर से पीके का विरोध करने लगे। इसके बाद प्रशांत किशोर वहां से चले गए। दरअसल, रविवार दोपहर प्रशांत किशोर के नेतृत्व में बीपीएससी परीक्षार्थियों का हुजूम पटना के गांधी मैदान में प्रदर्शन करने पहुंचा। यह लोग बीपीएससी 70वीं परीक्षा रद्द कराने की मांग कर रहे थे। शाम होते-होते यह हुजूम जेपी गोलंबर होते हुए मुख्यमंत्री आवास की ओर आगे बढ़ने लगा। पुलिस ने अभ्यर्थियों को रोका लेकिन भीड़ बैरिकेटिंग को तोड़कर आगे बढ़ने लगे। कुछ देर बाद प्रशांत किशोर वहां से चले गए। इसके बाद पटना पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया। देखते ही देखते मामला बिगड़ गया और पुलिस पहले वाटर कैनन से पानी का फब्बारा उनपर डालने लगी। इसके बाद भी अभ्यर्थी जब वहां से नहीं हटे तब पुलिस ने लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया। पुलिस उन अभ्यर्थियों पर बेदर्दी से लाठियां बरसाती रही। इस घटना में कई अभ्यर्थी घायल हो गये। अभ्यर्थियों ने कहा कि पुलिस ने बेरहमी से दौड़ा-दौड़ाकर पिटाई की। इसमें कई अभ्यर्थी घायल भी हो गए हैं।