छात्रों के मुद्दों पर आज खूब बोले प्रशांत किशोर,नीतीश कुमार रहे निशाने पर

बिहार में BPSC एग्जाम पर बवाल लगातार जारी है. छात्र दोबारा परीक्षा कराए जाने की मांग पर अड़े हैं. इस बीच जन सुराज पार्टी के अध्यक्ष प्रशांत किशोर भी छात्रों का समर्थन कर रहे हैं. इसे लेकर वह बीजेपी के निशाने पर हैं।कई निजी मीडिया संस्थानों से खास बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा है कि वह छात्रों के सहयोग के लिए उनसे मिलने गए थे. इसमें उन्होंने क्या गुनाह कर दिया. पीके ने कहा कि पटना के जिस गांधी मैदान में पुस्तक मेला लगा है और प्रदर्शनी लगी है, अगर वहां पर 5 हजार छात्र एक कोने में बैठकर बात कर रहे हैं तो इसके लिए कौन सी परमिशन की जरूरत है।पीके ने कहा कि मैं किसी प्रदर्शन में शामिल नहीं होता हूं. पहले 10 दिन तक छात्रों के प्रदर्शन में शामिल नहीं था. मेरा मानना था कि सरकार और छात्रों का मामला है, उसी स्तर पर बात होनी चाहिए. हम इसलिए शामिल हुए क्योंकि 5 दिन पहले प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने दौड़ाकर मारा. गरीब घर से आने वाले एक बच्चे सोनू यादव ने आत्महत्या भी कर ली.

इसके बाद मुझे लगा कि हमें उनके साथ खड़ा होना चाहिए. धरने पर बैठे छात्रों पर गलत एफआईआर नहीं होनी चाहिए।मुझे छात्र सब जगह बुलाते ही रहे हैं. मैंने छात्रों से कहा कि पूरी ताकत से मैं आपके साथ खड़ा हूं. शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करने पर मैं आपके साथ खड़ा रहूंगा. इसके बाद छात्रों ने मिलकर छात्र संसद का आयोजन किया. इसमें हमने और बाकी छात्रों ने तय किया कि इस आंदोलन का नेतृत्व कोई कोचिंग सेंटर का मालिक या फिर नेता तय नहीं करेगा, आंदोलनरत छात्र अपने बीच से ही कमिटी बनाएंगे. छात्रों ने कमिटी बनाई और वही कमिटी सरकार से मिली है।