जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर की तबीयत खराब है और अभी भी वह मेदांता अस्पताल अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं. डॉक्टरों के अनुसार प्रशांत किशोर की तबीयत फिलहाल स्थिर है लेकिन उन्हें कुछ परेशानी की वजह से आईसीयू में रखा गया है. बताया जा रहा है कि अभी भी प्रशांत किशोर आईसीयू में है और अपना अनशन न तोड़ने के लिए अटल हैं. जनसुराज के नेताओं ने प्रशांत किशोर से किए अनशन तोड़ने के लिए आग्रह किया है. लेकिन, प्रशांत किशोर निर्णय बदलने के लिए तैयार नहीं है. दरअसल बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांग को लेकर प्रशांत किशोर पिछले 6 दिनों से अनशन पर है।जनसुराज के नेता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने उनको छात्रों की आवाज उठाने के लिए बधाई दी है. पवन वर्मा ने कहा कि हमने प्रशांत जी से अनशन तोड़ने के लिए आग्रह किया है. हमलोग इंसाफ के लिए न्याय पालिका का दरवाजा भी खटखटाएंगे. वहीं प्रशांत किशोर की सेहत को लेकर डॉक्टर रवि शंकर ने कहा कि आगे चीज कॉम्प्लिकेटेड हो सकती है अगर अनशन जारी रहेगा तो शरीर में कीटोन बॉडीज बनती है जिसे बॉडी पर इफेक्ट होता है. हम प्रशांत किशोर से आग्रह कर रहे हैं कि वह खाना लेना शुरू कर दें।

डॉक्टरों ने कहा कि फिलहाल उनकी स्थिति सामान्य है. हम लोग उन्हें ऑब्जर्वेशन में रखे हुए हैं. IV के थ्रू उनको न्यूट्रिशन और दवाइयां दी जा रही हैं. सीनियर एडवोकेट और जनसुराज के उपाध्यक्ष वाई वी गिरी ने कहा कि हम पहले उनको ICU से लेकर बाहर आएंगे उसके बाद आगे का डिसीजन होगा. हमने प्रशांत किशोर को भी कहा कि अगर आप जेल जा रहे हैं तो अनशन तोड़ दीजिए. बिहार के छात्रों से भी मैं निवेदन करूंगा कि वह भी प्रशांत किशोर जी कोअनुरोध करें कि वह अनशन तोड़ दें।