नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू जी डेढ़ सौ साल के जुर्म को चंद सालों में खत्म कर दिया। उन्होंने दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों को उपहार दिया। 1990 के बाद लालू जी ने दंगे नहीं होने दिए। दंगा फैलाने वाले को उन्होंने बिहार की जमीन पर गिरफ्तार करवाया। लालू जी ने हर जात के लोगों को मंत्री, एमएलसी, एमपी और एमएलए बनाया। सम्राट चौधरी पर तेजस्वी यादव ने फिर तंज कसा कि वह असली भाजपाई नहीं हैं। इस पर सम्राट चौधरी ने कहा कि जो नकली समाजवादी हैं। उन्हें सब नकली ही लगता है। इनको लगता है समाजवाद पर इनके परिवार का ही कब्जा रहा है। तब तेजस्वी यादव ने सम्राट से पूछा कि आप आरएसएस कब ज्वाइन किए? आप नागपुर गए कब थे? इस पर सम्राट चौधरी भड़क गए और भाजपा विधायक हंगामा करने लगे। इधर, तेज प्रताप यादव उंगली दिखाते हुए सम्राट चौधरी को चुप रहने के लिए कहते रहे। तेज प्रताप यादव पूरे गुस्से के साथ सम्राट चौधरी पर बोलने लगे।तेजस्वी यादव ने सम्राट चौधरी से पूछा कि क्या आपके पिताजी ने मुख्यमंत्री के लिए अपशब्द नहीं बोला?

आपके पिता जी भाजपा का विरोध करते थे। आपके पिता भाजपा को गाली देते थे। इसके बाद सम्राट चौधरी भड़क गए। कहा कि आपके पिताजी ने क्या क्या बोला? यह बताइए। मैं तो जेल भी गया था। लालू जी ने लाठी से मुझको पिटवाया, यह भी मैं नहीं भुला हूं। इसके बाद राजद और भाजपा के विधायक हंगामा करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों पक्षों को शांत करवाते हुए कहा कि आपलोग एक-दूसरे पर व्यक्तिगत आक्षेप मत कीजिए।