हाल में कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को मैदान में उतारा है तो अब एनडीए का घटक दल बीजेपी मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान उर्फ मामा को बिहार के मैदान में उतारने का फैसला लिया है।चुनावी रणनीतिकार के नाम से जाने जाने वाले प्रशांत किशोर भी पूरी जोर लगा रहे हैं. शुक्रवार को ‘बिहार बदलाव रैली’ कर एकजुटता का परिचय दिया. कहीं ना कहीं इससे एनडीए के नेताओं की चिंता बढ़ने लगी है. इसलिए अब बिहार को मामा के हाथ में सौंपने का निर्णय लिया जा सकता है।बता दें कि इसी साल शिवराज सिंह चौहान दो बार बिहार आ चुके हैं.

ये तीसरी बार है जब चुनावी हलचल के बीच मामा 12 अप्रैल को बिहार आ रहे हैं. इसका कारण है कि शिवराज सिंह चौहान भाजपा नेताओं के साथ बैठक करेंगे. आगामी कार्यक्रम पर विचार-विमर्श करने के बाद रणनीति बनाएंगे।शिवराज सिंह 1990 में मध्य प्रदेश के बुधनी से विधायक बने थे. 1990 के दशक में अखिल भारतीय केशरिया वाहिनी के संयोजक के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद कई बार बीजेपी से विधायक और सांसद बने. शिवराज सिंह चौहान की गिनती बीजेपी के बड़े पिछड़े चेहरे के रूप में होती है।