सुभाष यादव ने लालू परिवार पर लगाया गंभीर आरोप,CM हाउस में होता था सेटलमेंट और लालू यादव करवाते थे डील

नब्बे के दशक में लालू-राबड़ी के शासनकाल में सीएम हाउस में दो लोगों का दबदबा था. वो दो लोग कोई और नहीं बल्कि लालू यादव के साले साधु यादव और सुभाष यादव थे. कहा जाता है कि लालू यादव इन दोनों से हमेशा घिरे रहते थे, लेकिन धीरे-धीरे रिश्तों में खटास आ गई और अब सबसे छोटे साले सुभाष यादव की लालू परिवार से बिल्कुल नहीं बनती. ऐसे में सुभाष यादव ने लालू परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव एक ओर बीजेपी को चुनौती दे रहे हैं तो दूसरी ओर उन्हें और उनके परिवार को सुभाष यादव से चुनौती मिल रही है. उनके साले सुभाष यादव ने लालू परिवार पर तीखा हमला बोला है. सुभाष यादव ने कहा है कि लालू प्रसाद यादव अपराधियों को संरक्षण देते थे और मुख्यमंत्री निवास पर ही डीलिंग होती थी।सुभाष यादव ने कहा हम लोग कभी कुछ नहीं किए. एक अपहरण पूर्णिया और अररिया साइड में हुआ था. उसका पैसा कौन लिया.

किसके ऊपर आरोप लग रहा था, सबको पता है. अभी शहाबुद्दीन तो हैं नहीं सच्चाई बताने के लिए. जाकिर हुसैन पर आरोप लगा था. शहाबुद्दीन, प्रेमचंद गुप्ता और लालू का फोन जाकिर हुसैन के पास जाता था।सुभाष यादव ने लालू पर हमला करते हुए कहा कि राजनीति से मैंने दूरी बना ली है, इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है. मैं खुद जिम्मेदार हूं. राजनीति में हम पहले बहुत लिहाज करते थे. जिस दल में है, उसकी बुराई मत कीजिए. पौधा लगाइये और जवान होने पर काट दीजिए, ये कहां का नियम है. हमने ना चोरी किया, ना डकैती, ना अपहरण, ना हत्या, ना किसी की जमीन लिखवायी, ना अलकतरा घोटाला किया, ना पशुपालन घोटाला किया, फिर क्यों बदनाम कर दिए।