तेजस्वी यादव ने आज सदन में मांगी माफी!जानिए क्या है पूरा मामला?

विपक्ष के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही शुरू हो गई है. 21 जुलाई को ही 57946 करोड़ से अधिक का अनुपूरक बजट सदन में पेश किया गया था. आज समाज कल्याण विभाग के बजट पर चर्चा होगी, क्योंकि अनुपूरक बजट में सबसे अधिक राशि सरकार ने समाज कल्याण विभाग के लिए ही व्यवस्था की है.तेजस्वी यादव ने कहा मुख्यमंत्री ने ठीक ही कहा है, सबको अब चुनाव में जाना है. उन्होंने कहा कि कल जो हुआ वह ठीक नहीं है. यदि उनसे कोई गलती हुई है तो माफी मांगने के लिए भी वो तैयार हैं. अब पुरानी बातों पर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है.तेजस्वी यादव ने कहा कि वो नहीं चाहते हैं कि किसी वोटर का नाम काटे.

वहीं कोई विदेशी घुसपैठिया आया है, तो यह सरकार की गलती है. तेजस्वी ने कहा कि जदयू के सांसद ने उन लोगों के पक्ष में बात रखी है. उधर एनडीए के प्रमुख सहयोगी चंद्र बाबू नायडू ने भी एसआईआर पर बात रखी है. तेजस्वी का कहना है कि वो लोग उसी वोटर लिस्ट से चुनाव जीत कर आए हैं, जिस पर चुनाव आयोग सवाल खड़ा कर रहा है.वहीं दूसरे तरफ शपथपत्र में ‘घुसपैठिया’ शब्द का अभावविधानसभा में चर्चा के दौरान महबूब आलम ने कहा कि 2016 और 2017 में कोई घुसपैठिया नहीं था, जबकि 2018 में केवल तीन घुसपैठिए पाए गए। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग घुसपैठियों का मुद्दा उठा रहा है, लेकिन उसके 780 पन्नों के शपथपत्र में ‘घुसपैठिया’ शब्द का उल्लेख तक नहीं है, न ही किसी घुसपैठिए का नाम दर्ज है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब 22 दिनों तक किसी स्थान से आने के लिए आरक्षण नहीं मिल रहा, तो लोगों को बुलाकर आवासीय प्रमाणपत्र बनवाने की बात कैसे संभव है?मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि एसआईआर का मामला न्यायलय में है, इस लिये इस पर चर्चा नहीं हो सकती है. बिहार का कोई भी मतदाता छूटे नहीं वो भी यही चाहते हैं. संविधान के अनुच्छेत 326 में प्रावधान है कि भारतीय नागरिक को वोट का अधिकार है, हर व्यक्ति जो यहां रह रहा है उसको मतदान का अधिकार नहीं है. हर चुनाव में मतदाता पुनरीक्षण किया जाता है. 22 साल बाद हो रहा है।

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