महाकुंभ में जाने के लिए लगी है लंबी लाइनें,जाम से परेशान हुए श्रद्धालु

माघी पूर्णिमा के स्नान पर्व पर त्रिवेणी संगम और अन्य घाटों पर भोर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान करने के लिए जुट रही है. सुबह 8 बजे तक कुल 1 करोड़ 2 लाख से ज्यादा लोग स्नान कर चुके हैं. इसमें 10 लाख के करीब कल्पवासी भी शामिल हैं. इससे पहले 5 बजे तक यह आंकड़ा 48 लाख 83 हजार का था. महाकुंभ के दौरान भी स्नान करने वालों की कुल संख्या 46 करोड़ 25 लाख से अधिक हो चुकी है. वहीं सीएम योगी सुबह 4 बजे से ही स्नान की निगरानी कर रहे हैं. इधर, स्नान के बाद श्रद्धालु लौटने लगे हैं. इसको देखते हुए उन्हें आश्रय स्थलों पर ही रोका जा रहा है. ट्रेन आने पर ही प्लेटफॉर्म पर जाने दिया जा रहा है. मेला क्षेत्र से लेकर रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों तक श्रद्धालुओं की लाइन लगी है.

वहीं मशहूर क्रिकेटर अनिल कुंबले ने भी संगम में डुबकी लगाई।यात्रियों के आने जाने की व्यवस्था बदली गई है.आरक्षित और अनारक्षित मुसाफिरों के लिए अलग-अलग चार यात्री आश्रय स्थल बनाए गए हैं, जहां पर रिजर्व टिकट वालों और अनरिजर्व टिकट वालों को आश्रय स्थल में बैठाया जा रहा है. अनारक्षित टिकट वालों के लिए तीन अलग-अलग रूट के अनुसार यात्री आश्रय स्थल बनाए गए हैं. जहां से यात्रियों को उनके रूट की ट्रेन के पहुंचने पर ही उन्हें प्लेटफॉर्म पर भेजा जाता है. जिस कारण से रेलवे स्टेशन परिसर और प्लेटफॉर्म पर भीड़ नहीं दिख रही है. अलग रूट की ट्रेनों के हिसाब से यात्रियों को ट्रेन का इंतजार करने के लिए बैठाया जाता है. जिसमें जौनपुर,लखनऊ,प्रतापगढ़ और अयोध्या की तरफ जाने वाली ट्रेनों के लिए आश्रय स्थल बने हैं. इसके साथ ही रेलवे की तरफ से यह भी इंतजाम किए गए हैं कि अगर किसी रूट के आश्रय स्थल में मुसाफिरों की भीड़ ज्यादा बढ़ती है तो उस रूट के लिए तत्काल ट्रेन रवाना की जाती है।