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ट्रंप की मौजूदगी में हुई अमेरिकी विदेश मंत्री और मस्क के बीच में बहस,इसके पहले जेलेंस्की के साथ हो चुका है तीखा बहस

ट्रंप की मौजूदगी में हुई अमेरिकी विदेश मंत्री और मस्क के बीच में बहस,इसके पहले जेलेंस्की के साथ हो चुका है तीखा बहस
  • PublishedMarch 8, 2025

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कैबिनेट मीटिंग में विदेश मंत्री मार्को रूबियो और एलन मस्क के बीच तीखी बहस हो गई. दोनों के बीच ऐसी नोंकझोंक हुई कि ट्रंप देखते ही रह गए. राष्ट्रपति ट्रंप की मौजूदगी में अमेरिकी विदेश मंत्री ने मस्क पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मस्क और रूबियो के बीच ये बहस कर्मचारियों में की गई कटौती के मुद्दे पर हुई.विदेश मंत्री रूबियो के मस्क की बहस अमेरिकी परिवहन मंत्री से भी हो गई. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, यह ड्रामा उस बैठक में हुआ, जिसमें ट्रंप ने अपने कैबिनेट प्रमुखों से कहा कि उनकी एजेंसियों में स्टाफिंग और नीति के बारे में अंतिम फैसला उनका होगा, मस्क का नहीं. दरअसल, हाल के दिनों में अमेरिका में बड़े पैमाने पर सरकारी एजेंसियों में कर्मचारियों की छटनी की गई है.ट्रंप और उनके सलाहकार ने हजारों लोगों को नौकरी से निकाल दिया है. ऐसा अमेरिकी नौकरशाही में कटौती के अभियान के तहत हुआ है. अलग-अलग विभागों के कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है. सत्ता में आने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक के बाद एक कड़े और बड़े फैसले ले रहे हैं.

नौकरी में कटौती को लेकर ट्रंप का कहना है कि फेडरल गवर्नमेंट में बहुत से स्टाफ हैं. उन्होंने हाल में कहा था कि सरकार पर 36 लाख करोड़ डॉलर का कर्ज है. पिछले साल करोड़ों डॉलर का घाटा हुआ था इसलिए इसमें सुधार की जरूरत है.हालांकि, ट्रंप से जब इस घटना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसे खारिज कर दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ. कोई क्लैश नहीं हुआ. मैं वहां मौजूद था. एलन, मार्को के साथ बहुत अच्छे से पेश आते हैं और वे दोनों शानदार काम कर रहे हैं. ट्रंप ने कहा मार्को ने विदेश मंत्री के रूप में अविश्वसनीय काम किया है और एलन एक अनोखे व्यक्ति हैं और उन्होंने शानदार काम किया है.पिछले दिनों व्हाइट हाउस में शांति प्रस्ताव को लेकर जेलेंस्की और ट्रंप के बीच तीखी बहस हो गई थी. इस दौरान ट्रंप ने जेलेंस्की की जमकर फजीहत की. ट्रंप ने कहा कि आपका रवैया समझौता करने वाला नहीं है. आप पुतिन से नफरत करते हैं. हमने आपको 350 अरब डॉलर दिए हैं. सैन्य उपकरण दिए हैं. अगर हम सैन्य सहायता नहीं देते तो ये युद्ध दो हफ्ते में ही खत्म हो जाता. ट्रंप ने कहा आपका इरादा युद्ध विराम वाला नहीं है. इसके जवाब में जेलेंस्की ने कहा कि हम गारंटी के साथ युद्ध विराम चाहते हैं.

Written By
Aagaaz Express

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