अमेरिकी कांग्रेस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दिल खोलकर अपनी बात रखी है. यूक्रेन-रूस युद्ध से लेकर टैरिफ वॉर तक, भारत के जिक्र से लेकर पाकिस्तान को शुक्रिया कहने तक, उन्होंने एक लंबे-चौड़े संबोधन में अपने दूसरे कार्यकाल के दृष्टिकोण को सामने रखा. इस कार्यकाल ने पहले ही अमेरिका की घरेलू और विदेश नीति, दोनों को नाटकीय रूप से बदला है।दूसरे देशों के साथ भारत का नाम लेते हुए उन्होंने कहा है कि भारत भी अमेरिका पर 100% से अधिक टैक्स लगाता है. ट्रंप ने कहा है कि उनकी सरकार 2 अप्रैल से सभी देशों से उतना ही टैरिफ वसूलेगी जितना वो अमेरिका पर लगाते हैं. वहीं उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से मिले लेटर की “सराहना” की है और कहा कि रूस ने भी शांति समझौते के लिए सिग्नल दिया है।रिपब्लिकन सेनेटर्स के “USA-USA” का नारों के बीच उन्होंने सबसे पहली बात कही- अमेरिका इज बैक. व्हाइट हाउस में लौटने के बाद उनका यह पहला ऐसा संबोधन है. कांग्रेस में डोनाल्ड ट्रंप के संबोधन का विषय “अमेरिकी सपने का नवीनीकरण (रिन्यूअल)” था।

अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही डोनाल्ड ट्रंप सुपर एक्टिव हैं और उनके विरोधी से लेकर दोस्त तक को नहीं पता कि वो क्या करने जा रहे हैं. ट्रंप अपने चुनावी वादों को ही अमलीजामा पहनाने में लगे हुए हैं. अपने वादे के अनुसार ट्रंप किसी भी कीमत पर रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करना चाहते हैं और शांति समझौते के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ डील करना चाहते हैं, भले उसके लिए यूक्रेन और अपने यूरोपीय सहयोगी देशों को ही बाइपास क्यों न करना पड़े. उन्होंने यूक्रेन और साथी यूरोपीय देशों को मंच पर लिए बिना पुतिन की ओर बातचीत का हाथ बढ़ा दिया है।