मुंबई में जो हुआ उसे हमें दोहराना नहीं चाहिए-एस.जयशंकर

एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि मुंबई भारत और दुनिया के लिए आतंकवाद-रोधी अभियान का प्रतीक है. मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब हम यूएनएससी के सदस्य थे, तो हम आतंकवाद-रोधी समिति के अध्यक्ष थे. हमने पहली बार सुरक्षा परिषद की बैठक मुंबई के उस होटल में की थी, जहां आतंकवादी हमला हुआ था।उन्होंने कहा कि दुनिया को पता है कि भारत आतंकवाद की इस चुनौती के सामने मजबूती से खड़ा हुआ है. आज हम आतंकवाद से लड़ने में अग्रणी हैं।

मुंबई में जो हुआ, उसे हमें दोहराना नहीं चाहिए. हम बहुत स्पष्ट हैं, हमें आतंकवाद को भी बेनकाब करना है।एस जयशंकर ने बताया कि भारत और चीन जल्द ही पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर पेट्रोलिंग फिर से शुरू करेंगे. उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि डेमचोक और देपसांग जैसे इलाकों में 31 अक्टूबर से पहले जैसी गश्त व्यवस्था वापस आ जाएगी. इसमें कुछ समय लगेगा.”उन्होंने कहा कि 21 अक्टूबर को भारत और चीन के बीच हुआ समझौता लद्दाख की सबसे उत्तरी सीमाओं, विशेष रूप से देपसांग और डेमचोक में गश्त पर प्रतिबंध हटाता है. यह समझौता दोनों देशों के बीच 2020 की गश्त व्यवस्था पर वापस जाने के लिए हुआ है. समझौते का उद्देश्य सीमा प्रबंधन को संबोधित करना और तनाव बढ़ने के जोखिम को रोकना है।

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