राजद से कम वोट शेयर मिल पाई भाजपा को आखिर क्यों और कैसे वोट प्रतिशत में बड़ी पार्टी बन गई RJD?
2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल यानी RJD ने सबसे ज्यादा वोट शेयर हासिल किया, जो चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, 23 प्रतिशत है। वहीं, दूसरे नंबर पर BJP को 20.08 प्रतिशत वोट शेयर मिला। इसके अलावा, JDU का वोट प्रतिशत 19.25 रहा। BJP-JDU, दोनों का वोट प्रतिशत RJD से कम रहा लेकिन इसके बावजूद JDU और बीजेपी ने RJD से ज्यादा सीटें क्यों जीतीं? ये सवाल सोशल मीडिया से लेकर नुक्कड़ों तक चर्चा का विषय बना हुआ है। इस आर्टिकल में समझिए कि ऐसा क्यों है कि RJD ज्यादा वोट प्रतिशत पाकर भी 25 सीटों पर सिमट गई और JDU-BJP ने उसके 3 गुने से ज्यादा सीटें जीत लीं।बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव की पार्टी RJD ने 143 सीटों पर चुनाव लड़ा था। बाकी 100 सीटें उसके महागठबंधन के साथी लड़ रहे थे।

इसके मुकाबले में BJP और JDU सिर्फ 101-101 सीटों पर चुनाव लड़े। यानी RJD ने जो 23 फीसदी वोट शेयर हासिल किया है वह उसने 143 सीटों पर प्रत्याशी उतारकर पाया है। RJD ने बीजेपी और JDU दोनों के मुकाबले 42 ज्यादा सीटों पर अपने खाते में वोट जमा किए।आपको ये समझना होगा कि चुनाव में जीत के लिए केवल 1 वोट सामने वाले उम्मीदवार से ज्यादा चाहिए होता है। मान लीजिए कि अगर RJD का कोई उम्मीदवार 1 वोट की बजाय 25 हजार वोटों से जीता तो RJD के वोट शेयर में जीत के मार्जिन वाले सारे 25 हजार वोट जुड़ जाएंगे लेकिन सीट वाले खाते में सिर्फ 1 सीट ही जाएगी।महागठबंधन में RJD अलावा और किसी का मजबूत ना होनाएक बात ये भी है कि NDA में JDU और BJP लगभग बराबर के बड़े किरदार हैं लेकिन महागठबंधन में RJD ही बड़े वोट शेयर वाली पार्टी है। NDA के बड़े दलों के वोट शेयर की बात करें तो BJP- 20.08%, JDU- 19.25% और LJPRV- 4.97% वोट प्रतिशत पाए। वहीं, महागठबंधन में RJD- 23% और कांग्रेस- 8.71% पर रही। महागठबंधन में तीसरे नंबर पर वोट प्रतिशत CPI(ML)(L) का 2.84 रहा। अगर आप NDA के 3 और महागठबंधन के 3 सबसे बड़े दलों का वोट शेयर जोड़कर देखें तो NDA का वोट शेयर करीब 45 फीसदी के करीब हुआ और महागठबंधन के 3 सबसे बड़े दलों का वोट शेयर जोड़कर लगभग 35 फीसदी ही होता है। यहां साफ देखिए कि NDA और महागठबंधन के वोट शेयर में कितना बड़ा अंतर है।