सैन्य मोर्च पर चित्त करने के बाद अब भारत ने कूटनीतिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान को पटखनी देने की तैयारी कर ली है। इसके तहत सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का एलान किया गया है। सांसदों के सात प्रतिनिधिमंडल दुनियाभर के देशों में जाकर आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का पक्ष रखेंगे और पाकिस्तान को घेरने की कोशिश करेंगे। हर एक प्रतिनिधिमंडल में छह से सात सांसद और कई राजनयिक शामिल होंगे। हर प्रतिनिधिमंडल चार से पांच देशों का दौरा करेगा। कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को सबसे अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व चार एनडीए सांसदों रविशंकर प्रसाद, संजय कुमार झा, बैजयंत पांडा, श्रीकांत शिंदे को और तीन विपक्षी सांसदों शशि थरूर, कनिमोझी करुणानिधि और सुप्रिया सुले को सौंपा गया है।

सरकार ने सावधानी से नेताओं का चयन किया है और लगभग हर पार्टी के सांसदों को प्रतिनिधिमंडल में जगह देने की कोशिश की है, ताकि पूरी दुनिया में एकजुटता का संदेश दिया जा सके। इन सांसदों में अनुराग ठाकुर, अपराजिता सारंगी, मनीष तिवारी, असदुद्दीन ओवैसी, अमर सिंह, राजीव प्रताप रूडी, समिक भट्टाचार्य, बृज लाल, सरफराज अहमद, प्रियंका चतुर्वेदी, विक्रमजीत साहनी, सस्मित पात्रा, भुवनेश्वर कालिता भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद को भी इसमें शामिल किया गया है। हालांकि वे फिलहाल सांसद नहीं हैं। सरकार ने टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को भी शामिल किया था, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इनकार कर दिया।