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असदुद्दीन ओवैसी का पूरे शहर में लगा पोस्टर,विदेशी धरती से पाकिस्तान को किया था बेनकाब

असदुद्दीन ओवैसी का पूरे शहर में लगा पोस्टर,विदेशी धरती से पाकिस्तान को किया था बेनकाब
  • PublishedJune 4, 2025

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पार्टी के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी के पोस्टर पूरे शहर में देखे गए हैं. ये पोस्टर उनके हैदराबाद से लौटने के बाद लगाए गए हैं. बता दें, भाजपा सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में उनके सहित एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने अल्जीरिया, सऊदी अरब, कुवैत और बहरीन का अपना दौरा पूरा किया।यह प्रतिनिधिमंडल पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और पाकिस्तान को समस्त दुनिया में बेनकाब करने के लिए गया था. जो पोस्टर लगाए गए उनमें ओवैसी को लेकर कई नारे लिखे थे, जिनमें ‘एक आदमी आतंक के खिलाफ, एक सच पाकिस्तान के खिलाफ, अंदर के दुश्मन को बेनकाब करना, भारत के लिए, गर्व के साथ’ शामिल है. अपनी यात्रा के दौरान, प्रतिनिधिमंडल ने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों को 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रतिक्रिया के बारे में जानकारी दी, तथा प्रमुख देशों के नेताओं के साथ बातचीत करते हुए सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ व्यापक लड़ाई पर प्रकाश डाला।

अल्जीरिया की अपनी यात्रा के दौरान एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान की कड़ी आलोचना करते हुए उसे ‘तकफीरवाद का केंद्र’ कहा. अल्जीरियाई मीडिया, थिंक टैंक के सदस्यों और प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान के आतंकवादी समूहों और दाएश और अल-कायदा के बीच कोई वैचारिक अंतर नहीं है. पाकिस्तान तकफीरिज्म का केंद्र है और पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी समूहों और दाएश और अल-कायदा के बीच विचारधारा में कोई अंतर नहीं है. उनका मानना है कि उन्हें धार्मिक स्वीकृति प्राप्त है, जो पूरी तरह से गलत है. इस्लाम किसी भी व्यक्ति की हत्या की अनुमति नहीं देता है और दुर्भाग्य से यही उनकी विचारधारा है।ओवैसी ने पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की ग्रे सूची में वापस डालने की अपनी मांग भी दोहराई. ओवैसी ने कहा कि आतंकवाद दो चीजों पर जीवित रहता है – विचारधारा और पैसा. विचारधारा, आप अच्छी तरह जानते हैं, आपने काला दशक देखा है, यहां तक कि दक्षिण अल्जीरिया में भी, आपको अभी भी कुछ समस्याएं हैं. उस बिंदु पर, हम एक साथ हैं. एक बार जब आप पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट (एफएटीएफ की) में वापस लाते हैं, तो हम भारत में आतंकवाद में कमी देखेंगे. हम हत्याओं में कमी देखेंगे. हमारे पास 2018 का अनुभव है जब अल्जीरिया और अन्य देशों ने भारत की मदद की थी।आतंकवाद से निपटने के लिए एफएटीएफ की ग्रे सूची की प्रभावशीलता पर जोर देते हुए ओवैसी ने कहा कि जकीउर रहमान लखवी नाम का एक आतंकवादी था – दुनिया का कोई भी देश ऐसे आतंकवादी को अनुमति नहीं देगा जो आतंकवाद के आरोप का सामना कर रहा हो. वह जेल में बैठे-बैठे ही एक बेटे का पिता बन गया. पाकिस्तान को ग्रे सूची (एफएटीएफ की) में डाले जाने के तुरंत बाद ही मुकदमा आगे बढ़ गया।उन्होंने कहा कि यह केवल दक्षिण एशिया का सवाल नहीं है. हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं. क्या होगा? क्या आप चाहते हैं कि यह सारा नरसंहार दक्षिण एशिया के विभिन्न हिस्सों में फैल जाए? नहीं. पाकिस्तान पर नियंत्रण करना विश्व शांति के हित में है, जो आतंकवाद का मुख्य प्रायोजक है. इसे FATF की ग्रे सूची में वापस लाना होगा।

Written By
Aagaaz Express

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