भारत बनेगा जल्द हीं विश्व गुरु,बन गया दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश

भारत आधिकारिक तौर पर जापान को पछाड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. NITI आयोग के CEO बी वी आर सुब्रमण्यम ने इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड के आंकड़ों के हवाले से शनिवार, 25 मई को यह बात कही है। सुब्रमण्यम ने कहा, “केवल अमेरिका, चीन और जर्मनी ही हैं, जो भारत से बड़े हैं और जो योजना बनाई गई है और जो सोचा जा रहा है, अगर उस पर हम कायम रहें, तो 2.5-3 सालों में हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे.”IMF का आंकड़ा दिखा रहा है कि भारत जल्द ही जर्मनी को भी पीछे छोड़कर अर्थव्यवस्था के आकार यानि कि GPD की तुलना करके इस मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंच जाएगा. अप्रैल में छपी IMF की वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2026 के लिए भारत की नॉमिनल जीडीपी लगभग 4,187.017 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है.

यह जापान की संभावित जीडीपी से थोड़ा अधिक है, जिसका अनुमान 4,186.431 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।वहीं अगर करेंट प्राइस जीडीपी के आधार पर IMF के अभी के चार्ट को देखें तो साफ दिखता है कि भारत 2 से 2.5 साल में जर्मनी को पीछे छोड़ देगा।भारतीय अर्थव्यवस्था तीव्र गति से विस्तार करते हुए अब विश्व स्तर पर टॉप चार सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. हालांकि इसके बावजूद, यह आसपास के दूसरे देशों के विपरित प्रति व्यक्ति आय के मोर्चे पर जूझ रहा है. भारत की जीडीपी बड़ी है लेकिन इसकी आबादी उससे भी बड़ी है. इस वजह से प्रति व्यक्ति जीडीपी के मोर्चे पर देश अभी भी पीछे है. भारत प्रति व्यक्ति जीडीपी के मामले में अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान से कहीं नीचे है. आप नीचे दिए वर्ल्ड बैंक के ग्राफ में यह साफ देख सकते हैं।लेकिन यहां भी भारत के लिए एक अच्छा संकेत है. भले ही पर्चेजिंग पावर पैरिटी पर आधारित भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी टॉप पांच अर्थव्यवस्थाओं से काफी नीचे है, लेकिन देश ने हाल के दशकों में अंतर को कम कर दिया है. 1990 और 2023 के बीच भारत की औसत प्रति व्यक्ति जीडीपी में 6.7 प्रतिशत की तेजी देखी गई है. जबकि जर्मनी में 3.9 प्रतिशत, जापान में 2.8 प्रतिशत और अमेरिका में यह तेजी 3.8 प्रतिशत की ही थी. केवल चीन 10.3 प्रतिशत की तेजी से भारत से भी तेज आगे बढ़ा है।