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मां गंगा,यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में कल राष्ट्रपति लगाएंगी आस्था की डुबकी,चाक-चौबंद पर की गई सुरक्षा व्यवस्था

मां गंगा,यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में कल राष्ट्रपति लगाएंगी आस्था की डुबकी,चाक-चौबंद पर की गई सुरक्षा व्यवस्था
  • PublishedFebruary 9, 2025

प्रयागराज की पावन धरा पर सोमवार को देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कदम रखेंगी और इसकी भव्यता व दिव्यता की साक्षी बनेंगी. राष्ट्रपति आठ घंटे से अधिक समय तक प्रयागराज में रहेंगी और इस दौरान संगम स्नान के साथ ही यहां अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगी. इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।राष्ट्रपति मुर्मू सुबह संगम नोज पहुंचकर त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगी. मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में राष्ट्रपति आस्था की डुबकी लगाकर सनातन आस्था को मजबूत आधार देंगी. देश की प्रथम नागरिक का संगम में पावन डुबकी लगाने का यह ऐतिहासिक क्षण होगा. बता दें कि इससे पहले भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी महाकुंभ में पावन स्नान किया था।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इसके उपरांत धार्मिक आस्था को और अधिक मजबूती देने के लिए अक्षयवट का दर्शन-पूजन करेंगी. सनातन संस्कृति में अक्षयवट को अमरता का प्रतीक माना जाता है. यह हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थल है, जिसकी महत्ता पुराणों में भी वर्णित है. इसके अलावा वह बड़े हनुमान मंदिर में भी दर्शन करेंगी और पूजा-अर्चना कर देशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना करेंगी।आधुनिक भारत और डिजिटल युग के साथ धार्मिक आयोजनों को जोड़ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल को राष्ट्रपति समर्थन देंगी.

वे डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र का अवलोकन करेंगी, जिसमें महाकुंभ मेले की विस्तृत जानकारी तकनीकी माध्यमों से उपलब्ध कराई जा रही है. यहां देश-विदेश के श्रद्धालुओं को इस अद्भुत आयोजन को और अधिक निकटता से अनुभव करने के लिए स्थापित किया गया है. राष्ट्रपति शाम पौने छह बजे प्रयागराज से वापस नई दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

Written By
Aagaaz Express

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